जामनगरः प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को उनके बयान पर सवाल उठाने के लिए विपक्ष पर निशाना साधा कि राफेल सेनानियों की उपस्थिति ने 27 फरवरी को पाकिस्तान के साथ हवाई संबंध के दौरान भारतीय वायुसेना को अधिक गोलाबारी दी थी। मोदी ने कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में चुप नहीं बैठेगा और पाकिस्तान में निहित इस जड़ से उबरने के लिए वह सब करेगा।
उन्होंने यहां एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘अगर राफेल का अधिग्रहण किया गया होता तो मैं 27 फरवरी (डॉगफाइट के दौरान) फर्क पड़ता। लेकिन वे कहते हैं कि मोदी हमारी वायु सेना की हड़ताल पर सवाल उठा रहे हैं। कृपया सामान्य ज्ञान का उपयोग करें। मैंने जो कहा था अगर हम उस समय (हवाई डॉगफाइट के दौरान) राफेल थे, तो हमारा कोई भी फाइटर जेट नीचे नहीं गया होगा और उनमें से कोई भी बचा नहीं था,‘‘ उन्होंने कहा। पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शिविर पर 26 फरवरी की हवाई हमले के सबूत की मांग करने वाले विपक्षी पार्टी के नेताओं के बयान पर पलटवार करते हुए मोदी ने कहा कि उनका उद्देश्य आतंक को खत्म करना था, जबकि विपक्ष को उन्हें हटाना था। ‘‘आतंकवाद की बीमारी की जड़ पड़ोसी देश में है, क्या हमें इस बीमारी को उसकी जड़ से ठीक नहीं करना चाहिए,‘‘ उन्होंने कहा।
गुरु गोविंद सिंह अस्पताल के एक एनेक्सी भवन के उद्घाटन और यहां विभिन्न अन्य विकास कार्यों का उद्घाटन करने के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘भले ही भारत को नष्ट करने की मांग करने वाले लोग बाहर हैं, यह देश चुप नहीं बैठेगा।